कमरदर्द, पीठदर्द का होम्योपैथिक उपचार
कमर दर्द को कटिवात (लूम्बेगो) भी कहा जाता है। जैसे नाम सूचित करता है यह कमरदर्द, जो अक्सर पीठ के निचले हिस्से में पाया जाता है। कई बार मरीज़ बता नहीं पाता कि पीठ पर निश्चित किस स्थान पर दर्द हो रहा है। मगर फिर भी उसे दर्द का एहसास तो हो ही रहा है। पीठ दर्द तब-तब आपके कार्यों के बीच आता है, जब-जब आप वजन उठाते हैं, अपने आहार और पाचन शक्ति को सँभालते हैं, संभोग की अधिकता या अपने तनाव और चिंता को दूर करने के लिए आप अन्य तरीके अपनाते हैं।
यह कमरदर्द संपन्न तथा मध्यमवर्गीय, दोनों ही श्रेणियों में सामान्य है और हर कोई इसका अनुभव करता है। महिलाओं में इसका कारण असामान्य मासिक धर्म और फर्श की साफ-सफाई करते समय शरीर का आसन गलत होना हो सकता है। कमरदर्द के कई सारे कारण हैं, इसलिए उतनी औषधियाँ भी हैं।
- यदि आप कंप्यूटर के सामने बैठे हैं तो आपके घुटनों का कोण 90 अंश होना चाहिए और कमर कुर्सी के पिछले हिस्से के सहारे टिकी होनी चाहिए।
- यदि आप लंबी दूरी की यात्रा कार से कर रहे हैं तो देखें कि आपकी कमर को सहारा मिले।
- यदि आपके अमाशय और पेट की मांसपेशियाँ मज़बूत हैं तो आपको कमरदर्द की परेशानी कम होगी। पेट की मांसपेशियों को मज़बूत करने के लिए रोज़ हलका व्यायाम करें।
- अगर आपको अधिक देर तक आराम करने की आदत है तो बेहतर है आप प्राथमिक उपचार के लिए योगा का अभ्यास करें।
- हलके हाथ से सरसों के तेल से रीढ़ की हड्डी (स्पाईन) के दोनों तरफ मालिश करें, इससे दर्द में आराम आएगा।
- यदि आपको अचानक से बहुत तेज़ दर्द हो, आपको संवेदनहीन (नमनेस) लगे और पीठ में कोई संवेदना महसूस न तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
औषधियाँ
- अचानक ठंढी और शुष्क हवा के प्रभाव से होनेवाला कमरदर्द – एकोनाइट 30, दिन में चार बार तीन दिन तक लें।
- ठंढ के संपर्क से, अधिक परिश्रम से, शुरू की गतिविधि में दर्द बढ़ता है, लगातार सक्रिय रहने से दर्द में आराम और आराम करने से तकलीफ बढ़ती है – रस टॉक्स 200, दिन में 2 बार, तीन दिन तक लें।
- अकड़न, ठंढ और सक्रियता के साथ अत्यधिक दर्द और स्थिर अवस्था में दर्द कम – ब्रायोनिया एल्बा 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- चोट लगने पर अर्निका मोंटाना 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- अगर नसों पर चोट लगी हो तो – हाइपेरिकम परफोरेटम 30, दिन में 3 बार, तीन दिन तक लें।
- चुभने वाला दर्द, कमज़ोरी और पसीना, सुबह तीन बजे से चार बजे के बीच दर्द का बढ़ना – काली कार्बोनिकम 200 की सिर्फ 1 खुराक लें, तीन दिन तक इंतजार करें।
- बहुत मोटे लोगों में कमरदर्द, नहाने और ठंढ से दर्द अत्यधिक – कॅल्केरिया कार्बोनिका 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- कमरदर्द, आराम करने और सोने से राहत, खुली हवा और ठंढक की इच्छा – पल्सेटिला 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- कमरदर्द में डकारें लेने से आराम, ठंड का एहसास – सेपिया 30, दिन में चार बार, तीन दिन तक लें।
- अत्यधिक ठंड लगना, कब्जवाले लोग, ठंड से दर्द अधिक बढ़ जाना, मल त्याग की इच्छा, करवट बदलने के लिए उठकर बैठना पड़ता है – नक्स वॉमिका 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- कब्ज और बवासीर के कारण कमर में दर्द, सिर्फ खड़े रहने से आराम – एस्क्यूलस 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- लंबे समय तक झुके रहना और ठंढी जगहों के कारण अत्यधिक दर्द बढ़ना – डल्कामारा 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- कमर के निचले भाग में दर्द और कॉक्सीक्स (गुदास्थि, रीढ़ की हड्डी या मेरूदंड के अंत में लगी तिकोने आकार की हड्डी) में दर्द, सीधे नहीं चल पाना, ठंढी और नमीयुक्त स्थानों पर दर्द में राहत परंतु रात में दर्द अधिक, तलवों में जलन सल्फर 200, सुबह एक खुराक, तीन दिन तक लें।
- दर्द पीठ में, गरदन में, कमर और उसके पिछले भागों में, जाँघों की ओर जाता है। अकड़न और सिकुड़न, रीढ़ की हड्डी संवेदनशील तथा कंधे की हड्डी में और दाएँ कंधे में दर्द – सिमिसिफ्यूगा 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- बैठने पर दर्द अधिक, चलने-फिरने पर आराम, पैरों तथा उसके अंगूठों में खुजलाहट और जमने जैसा आभास – चेलिडोनियम 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- कमर के कुछ भाग में दर्द जो जाँघों के ऊपरी हिस्से व कूल्हों (नितंबों) पर स्थिर हो जाता है। मरीज़ लंगड़ाने लगता है, अंत में दर्द इतना अधिक बढ़ जाता है कि चलना तो दूर, वह खड़े भी नहीं रह पाता, दबाने से दर्द में आराम – कोलोसिंथिस 200 दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- दर्द सामान्यत: तूफानी (stormy) मौसम में आता है – रोडोडेन्ड्रॉन 200 दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- कमरदर्द अत्यधिक संभोग के बाद, सुबह उठने के पहले अधिक दर्द स्टॅफिसैग्रिया 200, दिन में दो बार, तीन दिन तक लें।
- दर्द कमर / पीठ के ऊपरी हिस्से में तीव्र और फिर कमर / पीठ के निचले हिस्से में उतरना – कॅलमिया 200, दिन में 2 बार, तीन दिन तक लें।