कंनाबिस सेटाइवा | Cannabis Sativa
शरीर के एकल अंगों पर अथवा एकल अंगों से पानी की बूंदें टपकने जैसी अनुभूति, जैसे सिर पर अथवा मलद्वार, आमाशय, हृदय, आदि से । असाध्य मलबद्धता, फलस्वरूप मूत्ररोध की अवस्था उत्पन्न हो जाती है; मलद्वार की सिकुड़न ।
मोच आ जाने के बाद उँगलियों की सिकुड़न । सीढ़ियों पर ऊपर की ओर चढ़ते समय घुटने की चौड़ी हड्डी अपने स्थान से हट जाती है ।
श्वासकष्ट अथवा दमा, जब रोगी मात्र खड़े रहने पर ही श्वास ले पाता है । निगरण के दौरान दम घुटता है, खान-पान “गलत रीति” से नीचे उतरता है (एनाका) ।
प्रमेह की उग्र, प्रदाहक अवस्था (द्वित्तीयावस्थाओं में जब मूत्रत्याग के बाद जलन होती हो, गाढ़ा, पीला, पीब जैसा स्राव हो – क्यूबे) । मूत्रमार्ग स्पर्श एवं दबाव के प्रति अतिसम्वेदनशील टांगें साथ मिला कर नहीं चल सकता, ऐसा करने से मूत्रनली को चोट पहुँचती है । दर्द मूत्रमार्गमुख से पीछे की ओर फैलता है, मूत्रत्याग करते समय जलन और दान्तों से बुढ़का मार दिये जाने जैसी पीड़ा होती है तथा पीछे की ओर यह अधिक उग्र रूप में महसूस होती है। मूत्रमार्ग के साथ-साथ एक टेढ़ी-मेड़ी दिशा में फाड़ते हुए दर्द ।
सम्बन्ध – विशिष्ट मूत्रमार्गशोथ की प्रारम्भिक अवस्थाओं में कैथ, कैप्सि, जेस्सी, पेट्रीसेली के सदृश ।