वैलेरियाना | वेरियोलीनम

वैलेरियाना | Valeriana

अत्यधिक स्नायविक उत्तेजना; वातोन्मादी प्रकृति (इग्ने, पल्सा); ऐसे व्यक्ति जिनमें बौद्धिक गुणों की प्रधानता रहती है; परिवर्तनशील स्वभाव । लाल अंश श्वेत हो जाते हैं (फेरम) ।

इतना हल्कापन महसूस करता है जैसे हवा में तैर रहा हो (एसार, लेक- कैनी; जैसे टांगें हवा में तैर रही हों – स्टिक्टा) ।

समस्त ज्ञानेन्द्रियों की अतिसूक्ष्मग्राहिता (कमो, नक्स) ।

सिर में भारी ठण्डक की अनुभूति (कपाल शीर्ष में – सीपिया, बेरा) ।

लगता है जैसे कोई धागा कण्ठ के अन्दर लटक रहा हो (जिह्वा के ऊपर – नेट्र, साइली) ।

बच्चा वमन कर देता है – जमे हुए दूध का बड़े-बड़े थक्कों में; इसी तरह मल में (एथूजा); माता के क्रुध होने के बाद जैसे ही यह स्तनपान करता है।

ग्रंधसीखड़े होने पर तथा पैर को फर्श पर विश्राम करने के लिए छोड़ने पर दर्द बढ़ता है (बेला) कठिन परिश्रम करने के बाद विश्राम करते समय हाथ-पैरों को फैलाने से; चलते समय आराम ।

सम्बन्ध –

  • एसाफी, एसार, क्राक्कस, इग्ने, लैक-कैनी, स्पाइजी, सल्फ से तुलना कीजिए ।
  • अत्यधिक मात्रा में कमोमिला चाय पीने के दुष्प्रभाव को नष्ट करने के लिए ।
  • एड़ियों में दर्द के लिए एगारि कास्टि साइक्ला, लीड, मैगान, फाइटो ।

वेरियोलीनम | Variolinum

स्वस्थ मनुष्यों को मात्र शक्तिकृत औषधि देकर प्रमाणित ।

इस औषधि का चेचक से वैसा ही सम्बन्ध है जैसा कि एण्टिटाक्सिन का रोहिणी से सम्बन्ध है।

दक्ष एवं विश्वसनीय विश्लेषकों द्वारा प्रयुक्त किए जाने पर इसे चेचक, हल्की चेचक, छोटी माता, चाहे वह साधारण रही, सम्प्रवाही रही अथवा सांघातिक रही, सभी में रोमानिवारक पाया गया।

इसने छठी से लेकर सी. एम. तक सभी शक्तियों में आश्चर्यजनक कार्य किया है ।

चेचक की रोक-थाम करने अथवा एक रोगनिरोधक औषधि के रूप में यह स्थूल औषधि अर्थात् रोगविष निर्मित टीके की अपेक्षा अधिक श्रेष्ठ हैं तथा ऐसे रोगों, विशेष रूप से पूतिजन्य एवं यक्ष्मा संबंधी रोगों के क्रमिक विकास को रोकने में पूर्णतया समर्थ है। जड़वादियों को इसकी शक्ति की सार्थक योग्यता ने बहुत बड़ा आघात पहुँचाया है। किन्तु क्या चेचक, रोमात्तिका अथवा कूकरकास के संक्रामक स्वभाव की तुलना में इसका ज्ञान प्राप्त करना अधिक कठिन है।

जिन लोगों ने इसका व्यवहार नहीं किया है, वे उन लोगों के समान ही इसे प्रमाणित करने के योग्य नहीं हैं जिन्होंने सदृश विधान की परीक्षणात्मक जांच नहीं की है। इसकी जांच कीजिए और निष्फल परिणाम को संसार में प्रकाशित कीजिए।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top