कमोमिला | Chamomilla

कमोमिला | Chamomilla

ऐसे व्यक्तियों, विशेष कर बच्चों के लिए, जिनके हल्के भूरे केश होते हैं, जिनका स्नायविक, उत्तेजनाशील स्वभाव होता है; कॉफी अथवा अन्य नशीले पदार्थों के प्रयोग अथवा अपव्यवहार के कारण अत्यन्त असहिष्णु ।

बच्चों, नवजात शिशुओं के लिये तथा दन्तोद्गम के दौरान। जिद्दी, चिड़चिड़ा, दर्द सहन नहीं कर सकता, हताश हो जाता है (काफि), तुनुकमिजाज, शिष्टतापूर्ण उत्तर नहीं दे सकता ।

बच्चा अत्याधिक चिड़चिड़ा, क्रोधी गोदी में घुमाये जाने पर ही शान्त हो पाता है; अधीर, कभी इस वस्तु की मांग करता है तो कभी उसकी और यदि उसे वह वस्तु उपलब्ध न कराई जाय तो क्रुद्ध हो जाता है अथवा जब उसे वह वस्तु दी जाती है तो वह लेने से साफ मना कर देता है (बायो, सीना, कियो); प्रत्येक वस्तु को गन्दा कहता है; हठी, घृणाप्रद ।

बच्चे की करुण कराह, क्योंकि जो कुछ वह चाहता है वह उसे मिल नहीं पाता; हर समय चीं-चीं मीं-मीं करते रहने के साथ बेचैन रहता है; रुदनशील व्यग्रता ।

रोगी अपने निकट किसी अन्य व्यक्ति की उपस्थिति सहन नहीं कर सकता; वह जिद्दी होता है और किसी का बोलना सहन नहीं कर सकता (साइली); बात करने से घृणा करता है और चिड़चिड़ेपन से उत्तर देता है । क्रोध, प्रमुखतया शीत एवं ज्वर से प्रकट होने वाले उपसर्ग ।

दर्द – असह्य प्रतीत होता है, हताश कर देता है; शाम को मध्यरात्रि से पहले बढ़ता है; साथ ही गर्मी, प्यास और मूर्च्छा के साथ आक्रान्त अंग सुन्न पड़ जाता है; डकारें। एक गाल लाल और गर्म तथा दूसरा पीला और ठण्डा । खुली हवा के प्रति भारी असहिष्णुता हवा से भारी घृणा, विशेष रूप से कानों को लगने वाली ।

यदि कोई गर्म वस्तु मुख के अन्दर डाली जाय तो दांतों में दर्द होने लगता है (विस्म, ब्रायो, काफि); ऐसा ही गर्म कमरे के अन्दर प्रविष्ट होने पर विस्तरे में, कॉफी पीने से, ऋतुस्राव अथवा सगर्भता के दौरान होता है ।

प्रसव वेदनायें – ऐंठनयुक्त, भारी क्लेशदायक; उनसे दूर भाग जाना चाहती है; नीचे टांगों को फाड़ दिये जाने जैसी अनुभूति

अतिसार – ठण्ड लगने से क्रोध या दुख से ऊपर की ओर दबाव ।

दन्तोद्गम के दौरान तम्बाकू का सेवन करने के बाद, सूतिकावस्था में निम्नाभिमुखी गति से अर्थात् नीचे की ओर चलने से (बोरे, सैनीक्यू) ।

मल हरा, नीला, संक्षारक अर्थात् चमड़ा छील देने वाला, काटे हुए अण्डों या पालक की तरह गर्म, अतिदुर्गन्धित, सड़े हुए अण्डों के समान

चूचुक ( nipples) प्रवाहित स्पर्शकातर (हेलोनि, फाइटो); शिशुस्तन स्पर्शकातर । स्तनपान कराने वाली स्त्रियों के स्तनों से दूध बहता रहता है (स्तनपान छुड़ाने के बाद स्तनों से दूध बहता रहता है – कोनि) ।

माता को क्रोध का दौरा पड़ने के बाद स्तनपान कराये जाने के फलस्वरूप बच्चों में प्रकट होने वाला आक्षेप (नक्स; माता का भयभीत होने के बाद – ओपि) ।

प्रचण्ड आमवाती दर्दों के कारण उसे रात के समय शय्या-त्याग करना पड़ता है, वे उसे टहलते रहने के लिए बाध्य कर देते हैं (रस-टा) । नींद आती है, किन्तु सो नहीं सकता (बेला, कास्टि, ओपि) । रात को पैर के तलुवों में जलन होती है, पैरों को बिस्तरे से बाहर निकाल देता है (पल्सा, मेडोर, सल्फ) ।

सम्बन्ध

  • बाल-रोगों, करोटि तंत्रिकाओं में बेला तथा उदर तंत्रिकाओं में कमो की अनुपूरक औषधि ।
  • बच्चों की रोगावस्थाओं में अफीम अथवा अफीम के सत्त (morphine) का प्रयोग करने के फलस्वरूप बिगड़ी हुई स्थिति ।
  • बेला, बोरे, ब्रायो, काफि, पल्सा, सल्फ से तुलना कीजिये ।
  • मानसिक शान्ति कमोमिला के निर्देश के विरुद्ध है।

रोगवृधि – ताप द्वारा क्रोध से शाम को मध्यरात्रि से पहले; खुली हवा, हवा में डकारों से ।

रोगाह्रास –  गोदी में लेकर टहलाने से उपवास करने से गर्म, गीले मौसम में ।

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